दिल्ली से तो मेरा गाँव अच्छा
18 दिसम्बर, 2012 को अपने दोस्त टॉम के साथ ऑस्टिन टेक्सास से एक दिन की कांफ्रेंस अटेंड करके वापस लौट रहा था। उसने अपने दोस्त माइक को हम दोनों को एअरपोर्ट से पिक करने के लिए बोला था। वह 75-80 बरस का होगा।
कार में बैठने के बाद माइक ने मुझसे पूछा: "From where you are? I told him that I am from India." फिर वह बोला कि आज इंडिया दिल्ली से किसी लड़की के रेप की न्यूज़ आ रही है। तब मुझे बहुत शर्म आई और पहली बार दिल्ली गैंग रेप के बारे में पता चला।
घर पहुँच कर जब इस न्यूज़ कि फुल डिटेल के बारे में पता चला तो ऐसा लगा कि जैसे पैरों के नीचे से जैसे जमीन ही निकल गयी हो। दिल्ली, भारत की राजधानी, जो मेरे देश का सबसे बड़ा शहर है वहां पर इतना घिनोना अपराध। ऐसा नहीं है कि रेप की घटना वहां पलही बार हुई हो, प्रतिदिन ऐसे न्यूज़ आते रहते है। पर इस बार तो हैवानियत कि सारी हदे पार कर दी गयी। इस दिल्ली से तो मेरा गावं अच्छा जहाँ मेरा परिवार सुरक्षित तो है। न ही वहां कोई पुलिस स्टेशन है, न ही पॉवर-इलेक्ट्रिसिटी की अच्छी सुविधा, और आदि आदि। दिल्ली में सब कुछ होने के बाद भी वहां यह दशा है। हमारे देश के राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री जी, गृहमंत्री जी, और बड़े नेता दिल्ली में रहते है और वहां यह दशा है। भगवान् बचाये मेरे देश को। अगर सरकार हमे रोजगार, शिक्षा आदि नहीं दे सकती तो कमसे कम औरतो व बच्चो को सुरक्षा तो प्रदान करे।
हमारे राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री जी, और गृहमंत्री जी कहते है की वो भी लड़कियो के पिता है और उन्हें भी डर रहता है उनकी सुरक्षा का। तो पूजनीय राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री जी, और गृहमंत्री जी आप तो देश को चलाते है, पूरा पुलिस फ़ोर्स, मिलिट्री आदि आप के दिशा निर्देश से चलती है अगर आप को ही डर लगता है तो हम आम लोगो का क्या होगा।
आज वो लड़की इस दुनिया में नहीं है मैं भगवान् से प्राथना करता हूँ कि भगवान् उसकी आत्मा को शांति दे और दुखी परिवार को इस गहरे दुःख से उबरने की शक्ति दे।
चिंटू