बस मन नही लगता फिर भी काम किए जाता हूँ
बस मन नही लगता फिर भी काम किए जाता हूँ
पता नही ठीक से मंजिल का फिर भी रास्ते तलाश किए जाता हूँ
राहों से ही राहों की बात किए जाता हूँ
मंजिल मिल जायेगी ये हि राहों को पगाम दिए जाता हूँ
बस मन नही लगता फिर भी काम किए जाता हूँ।
आने-जाने वालो से बात किए जाता हूँ
रास्ता ठीक है ये मालूम किए जाता हूँ
विसवाश है कि मंजिल मिल जायेगी एक दिन
बस मन नही लगता फिर भी काम किए जाता हूँ।
चिंटू
2 Comments:
ब्लॉग की दुनिया में नया दाखिला लिया है. अपने ब्लॉग deshnama.blogspot.com के ज़रिये आपका ब्लॉग हमसफ़र बनना चाहता हूँ, आपके comments के इंतजार में...
भाई खुशदीप जी,
प्रणाम,
ये तो हमारे लिए इज्ज़त कि बात है कि आप आपने और हमारे ब्लॉग के हमसफ़र बनना चाहते है. आपका स्वागत है. देर से ज्वाब देने के लिए माफ़ी चाहता हूँ. आप खूब बहतर लिखते है, लिखते रहिएगा.
धन्यवाद
Post a Comment
<< Home