उनसे मुलाकात मेरी
यूं तो मुलाकात पिछले काफी दिनो से रोज हमारी होती थी
पर हाथ उनका कल जो सख्ती से हमने यूं पकडा
पकडा तो हाथ उनका हमने पहले भी था
पर वो चले गये हमेशा छूटाकर हाथ अपना।
वो मान गये पर बात न करेगें, हो गया एसे Agreement अपना
हम भी जुट गये समझने में खामोशियों को उनकी
आेर लग गये समझ-समझने में
कुछ तो निकलेगा, हल यूं अपनी मुलाकातो का।
शाम हो गयी सुबह से बैठे, फिर भी लगे रहे
पर कुछ तो बन गया काम अपना
भूल न जाना कल फिर मिलना, बोले वो
इस बात पर हो गया सिलसिला खत्म, यूं अपनी पहली मुलाकात का।
चिन्टू