खट्-खट्...खट्-खट्
खट्-खट्..खट्-खट्...खट्-खट्........................ दरवाजा खोलो, दरवाजा खोलो। नही तो दरवाजा तोड दिया जाएगा। दरवाजा खोलो। हम पुलिस विभाग से बोल रहे हैं। यह सुन्दर दृश्य पजांब विश्वविधालय, चडींगढ के भट्नागर हाल, हास्टल ३ का है। यह बात कल की है जब मैं रात को २ बजे सोने के लिए लेटा ही था कि लगभग सुबह के ५ बजे पुलिस वालो ने आकर मुझे जगा दिया। इसके बाद तो मैं फिर से दोबारा लाख कोशिश करने के बाद सो ही नही पाया।
कल् ०८-०९-२००६ को Student Councel के लिये वाटिंग होना है। विश्वविधालय में पिछले ८-१० दिन से Student Councel, Elections की तैयारी जोरो से चल रही है। सभी विभाग खुले होने के बावजूद भी Students Classes Attend नही कर रहे हैं। Teachers व अन्य Staff Members बुरी तरह से परेशान हैं। पर वो कर भी क्या सकते हैं।
इस तरह से पुलिस वालो का विश्वविधालय में आना, खुद भी परेशान होना व Students को भी परेशान करना क्या पजांब विश्वविधालय, चडींगढ कि शोभा को बढाता है। Student Councel, Elections तो खुद Students के हितो की रक्षा के लिये होती हैं, पर यहां तो कुछ उलटा ही हो रहा है। यह बात न केवल विश्वविधालय Authorties को समझनी चाहिए बल्कि उन Students को भी धयान में रखनी चाहिए जो Student Councel, Elections में अलग-अलग Positions के लिए उम्मीदवार हैं।
चिन्टू
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